जीवन की लंबी डगर पर
देखे कई उतार चढ़ाव
अनेकों पड़ाव पार किये
फिर भी विश्वास अडिग रहा |
कभी हार नहीं मानी
जीवन लगा न बेमानी
जटिल समस्याओं का भी
सहज निदान खोज पाया |
आशा निराशा के झूले में
भटका भी इधर उधर
कभी सफलता हाथ लगी
घर असफलता ने घेरा कभी |
अनेकों बार राह भूला
फिर उसे खोज आगे बढ़ा
ऊंची नींची पगडंडी पर
जीवन यूँ ही चलता रहा |
जीवन इतना दूभर होगा
इस अंतिम पड़ाव पर
कभी सोचा न था
ना ही कल्पना की इसकी |
आज हूँ उदास ओर बेचैन
यह राह कब समाप्त हो
कर रहा हूँ इन्तजार
यह पड़ाव कब पार हो |
आशा
देखे कई उतार चढ़ाव
अनेकों पड़ाव पार किये
फिर भी विश्वास अडिग रहा |
कभी हार नहीं मानी
जीवन लगा न बेमानी
जटिल समस्याओं का भी
सहज निदान खोज पाया |
आशा निराशा के झूले में
भटका भी इधर उधर
कभी सफलता हाथ लगी
घर असफलता ने घेरा कभी |
अनेकों बार राह भूला
फिर उसे खोज आगे बढ़ा
ऊंची नींची पगडंडी पर
जीवन यूँ ही चलता रहा |
जीवन इतना दूभर होगा
इस अंतिम पड़ाव पर
कभी सोचा न था
ना ही कल्पना की इसकी |
आज हूँ उदास ओर बेचैन
यह राह कब समाप्त हो
कर रहा हूँ इन्तजार
यह पड़ाव कब पार हो |
आशा
सुन्दर कविता...
जवाब देंहटाएंजब तक जीवन है उतार-चड़ाव तो चलता ही रहेगा
जवाब देंहटाएंसुन्दर ....
Yahi to jindgi hai... Abhar
जवाब देंहटाएंजीवन में हमेशा सब अच्छा तो नहीं होता...धुप-छाओं का मिला-जुला रूप ही जीवन है ...
जवाब देंहटाएंउदास ह्रदय के उदगार व्यक्त करती ..सुंदर रचना ...!!
यही जिन्दगी है....
जवाब देंहटाएंखूबसूरत जिन्दगी की परिभाषा
जवाब देंहटाएंजीवन के हर पड़ाव को जैसी सकारात्मकता के साथ अभी तक पार किया है उसी उत्साह और उल्लास से आगे आने वाले पड़ाव भी पार होंगे ! भय और उदासी, कुण्ठा और निराशा को पल भर के लिये भी पास ना फटकने दें ! जो है, जितना है, जैसा है आनंद और संतोष से परिपूर्ण होना चाहिये बस यही मायने रखता है ! रचना सुन्दर है !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना....
जवाब देंहटाएंआदरणीय आशा माँ
जवाब देंहटाएंनमस्कार !
...बहुत प्यारी रचना है
प्रिय दोस्तों ,
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग को गूगल ने मिटा दिया है ,अत आपसे अनुरोध है की आप मेरे नए ब्लॉग www.pkshayar.blogspot.com पर पधार कर मेरा मार्गदर्शन करे ,
तथा फोलोवर बनकर मुझे आश्रीवाद प्रदान करे .