06 जनवरी, 2013

आचरण

सदाचार घर परिवार में 
पर बाहर होता अनाचार 
घर में अनुशंसा इसकी 
पर उन्मुक्त आचरण घर के बाहर
नैतिकता की बातें अब 
किताबों में सिमट कर रह गईं ||
मन व्यथित होता देख 
दोहरे आचरण वालों को 
तभी खड़े हैं नैतिक मूल्य 
विधटन के द्वार पर |
कितने ही क़ानून बने 
पर पालन नहीं होता 
हर नियम की अवज्ञा का 
तोड़ निकल आता है 
शातिर  बच ही जाते हैं 
बचने का जश्न मनाते हैं |
यदा कदा  पहले भी 
ऐसे किस्से होते थे
पर संख्या उनकी थी नगण्य 
 इतनी  आजादी भी न थी
  रिश्तों की थी समझ 
अनाचार से डरते थे |
आधुनिकता की दौड में
 नैतिकता  का हुआ ह्रास
पाश्चात्य सभ्यता सर चढ़ बोली
हुआ मानवता का उपहास |
कलुषित आचरण में लिप्त 
फैलाते  गन्दगी समाज में
शायद पशु भी हैं  इनसे अच्छे 
मन से संयत होते हैं |
 देती शिक्षा सही आचरण 
जागरूप होता   जनमन
साथ करो उनलोगों का
 जिनका नहीं दोहरा चलन
 हो दूर  बुराई से
वही करें जो उचित लगे
 यही बात यदि युवा समझेते 
गलत काम कोई ना करते |
आशा








13 टिप्‍पणियां:

  1. आज सब जगह दोहरी चाल वाले ही मिलेंगे .सबके चहरे पर मुखौटा है :- सामयिक सुन्दर रचना
    नई पोस्ट :" अहंकार " http://kpk-vichar.blogspot.in

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत बढ़िया रचना...
    गहन भाव और सामायिक भी...

    सादर
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सार्थिक अभिव्यक्ति..

    जवाब देंहटाएं
  4. केवल युवाओं को मत कोशिये, बहुत इस लाइन, मार्मिक रचना।

    जवाब देंहटाएं
  5. देती शिक्षा सही आचरण
    जागरूप होता जनमन
    साथ करो उनलोगों का
    जिनका नहीं दोहरा चलन

    इसी की ज़रुरत है. सुन्दर भाव.

    जवाब देंहटाएं
  6. देती शिक्षा सही आचरण
    जागरूप होता जनमन
    साथ करो उनलोगों का
    जिनका नहीं दोहरा चलन
    हो दूर बुराई से
    वही करें जो उचित लगे
    यही बात यदि युवा समझेते ........समझते .........
    गलत काम कोई ना करते |
    आशा

    सार्थक सन्देश और विश्लेषण करती प्रासंगिक रचना .आपकी सद्य टिपण्णी का आभार .

    जवाब देंहटाएं
  7. गहन भाव लिए युवाओं को सन्देश देती उत्तम रचना....

    जवाब देंहटाएं
  8. ऐसे दोहरे चरित्र वाले लोग सबसे खतरनाक होते हैं ! इनसे सतर्क रहने की सीख देती सार्थक रचना ! इसी तरह सबका मार्गदर्शन करती रहिये ! बहुत अच्छी रचना है !

    जवाब देंहटाएं
  9. दोहरी नैतिकता हर जगह उजागर हो रही है .

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: