पर बाहर होता अनाचार
घर में अनुशंसा इसकी
पर उन्मुक्त आचरण घर के बाहर
नैतिकता की बातें अब
किताबों में सिमट कर रह गईं ||
मन व्यथित होता देख
दोहरे आचरण वालों को
तभी खड़े हैं नैतिक मूल्य
विधटन के द्वार पर |
कितने ही क़ानून बने
पर पालन नहीं होता
हर नियम की अवज्ञा का
तोड़ निकल आता है
शातिर बच ही जाते हैं
बचने का जश्न मनाते हैं |
यदा कदा पहले भी
ऐसे किस्से होते थे
पर संख्या उनकी थी नगण्य
पर संख्या उनकी थी नगण्य
इतनी आजादी भी न थी
रिश्तों की थी समझ
अनाचार से डरते थे |
आधुनिकता की दौड में
नैतिकता का हुआ ह्रास
पाश्चात्य सभ्यता सर चढ़ बोली
पाश्चात्य सभ्यता सर चढ़ बोली
हुआ मानवता का उपहास |
कलुषित आचरण में लिप्त
फैलाते गन्दगी समाज में
शायद पशु भी हैं इनसे अच्छे
मन से संयत होते हैं |
शायद पशु भी हैं इनसे अच्छे
मन से संयत होते हैं |
देती शिक्षा सही आचरण
जागरूप होता जनमन
साथ करो उनलोगों का
जिनका नहीं दोहरा चलन
हो दूर बुराई से
वही करें जो उचित लगे
जिनका नहीं दोहरा चलन
हो दूर बुराई से
वही करें जो उचित लगे
यही बात यदि युवा समझेते
गलत काम कोई ना करते |
आशा
saamyik aur sundar rachna...
जवाब देंहटाएंआज सब जगह दोहरी चाल वाले ही मिलेंगे .सबके चहरे पर मुखौटा है :- सामयिक सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट :" अहंकार " http://kpk-vichar.blogspot.in
गहन अभिवयक्ति.....
जवाब देंहटाएंसोचने को बाध्य करती हुई रचना!
जवाब देंहटाएंगहन भावपूर्ण रचना..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रचना...
जवाब देंहटाएंगहन भाव और सामायिक भी...
सादर
अनु
बहुत सार्थिक अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंकेवल युवाओं को मत कोशिये, बहुत इस लाइन, मार्मिक रचना।
जवाब देंहटाएंदेती शिक्षा सही आचरण
जवाब देंहटाएंजागरूप होता जनमन
साथ करो उनलोगों का
जिनका नहीं दोहरा चलन
इसी की ज़रुरत है. सुन्दर भाव.
देती शिक्षा सही आचरण
जवाब देंहटाएंजागरूप होता जनमन
साथ करो उनलोगों का
जिनका नहीं दोहरा चलन
हो दूर बुराई से
वही करें जो उचित लगे
यही बात यदि युवा समझेते ........समझते .........
गलत काम कोई ना करते |
आशा
सार्थक सन्देश और विश्लेषण करती प्रासंगिक रचना .आपकी सद्य टिपण्णी का आभार .
गहन भाव लिए युवाओं को सन्देश देती उत्तम रचना....
जवाब देंहटाएंऐसे दोहरे चरित्र वाले लोग सबसे खतरनाक होते हैं ! इनसे सतर्क रहने की सीख देती सार्थक रचना ! इसी तरह सबका मार्गदर्शन करती रहिये ! बहुत अच्छी रचना है !
जवाब देंहटाएंदोहरी नैतिकता हर जगह उजागर हो रही है .
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