मकसद तो हो
अपनेपन का कहीं
ख्याल तो हो
सरल होता तभी
जीवन का सफर
जब सोच का कोई
कारण तो हो |
प्रीत की है रीत यही
सुहावनी ऋतु हो
प्यार की छाँव के लिए
एक दामन तो हो |
अपनी सोच पर खुद को
कभी मलाल न हो
ओस से भीगी रात हो
उदासी का आलम न हो
गुनगुनाया नवगीत
हो कर मगन
स्वप्न में बुना
नया शाल पहन
तभी हुई दस्तक
खोले पट स्वप्न से
बाहर निकल
पैर पड़े अब धरती पर
झूम कर आई महक
जानी पहचानी अपनी सी
दिल बाग़ बाग़ हुआ
मकसद गुनगुनाने का
अधूरा न रहा
जीवन के सफर में
कोई हमसफर मिला |
आशा
गुनगुनाया नवगीत
हो कर मगन
स्वप्न में बुना
नया शाल पहन
तभी हुई दस्तक
खोले पट स्वप्न से
बाहर निकल
पैर पड़े अब धरती पर
झूम कर आई महक
जानी पहचानी अपनी सी
दिल बाग़ बाग़ हुआ
मकसद गुनगुनाने का
अधूरा न रहा
जीवन के सफर में
कोई हमसफर मिला |
आशा
बहुत सुंदर रचना,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST: पिता.
बहुत बढ़िया है आदरेया |
जवाब देंहटाएंआभार आपका -
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति,सादर आभार आदरेया.
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar rachana...
जवाब देंहटाएंnice.....
:-)
प्यारा जीवन-साथ, प्यारी रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंlatest post होली
वाह!
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रविष्टि कल दिनांक 04-03-2013 को सोमवारीय चर्चा : चर्चामंच-1173 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंप्यार की छाँव के लिए दामन मिल ही गया, रचना बहुत अर्थपूर्ण है, बधाई.
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सुन्दर लाजबाब अभिव्यक्ति।।।।।।
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
पृथिवी (कौन सुनेगा मेरा दर्द ) ?
ये कैसी मोहब्बत है
.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति आभार सौतेली माँ की ही बुराई :सौतेले बाप का जिक्र नहीं sath hi मोहपाश को छोड़ सही रास्ता दिखाएँ .
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर और सार्थक अभिव्यक्ति.....
जवाब देंहटाएंसाभार...........
प्यारा साथ हो कठिन राह भी आसान हो जाती है ..बहुत बढ़िया रचना ..
जवाब देंहटाएंअरे वाह आज की रचना तो बड़ी खूबसूरत बन पड़ी है ! इसी तरह गाते गुनगुनाते मनचाहे हमसफ़र के साथ बाकी का रास्ता तय हो तो किसीका मन क्यों न पुलकित हो ! आनंद आ गया ! बहुत ही सुंदर !
जवाब देंहटाएंबहुत खूब आपके भावो का एक दम सटीक आकलन करती रचना
जवाब देंहटाएंआज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
तुम मुझ पर ऐतबार करो ।
बहुत खूब आपके भावो का एक दम सटीक आकलन करती रचना
जवाब देंहटाएंआज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
तुम मुझ पर ऐतबार करो ।