भीड़ तंत्र का एक
भाग
घूम घूम करता
प्रचार
पूर्ण शक्ति झोंक
देता
चुनाव जीतने के
लिए |
है वह आज का नेता
आज ही उतरा सड़क
पर
लोगों से भेट
करने
बड़ी बड़ी बातें
करने |
वह थकता नहीं सभाओं में
प्रतिपक्ष की पोल बता
प्रतिपक्ष की पोल बता
झूठे वादे करते
अपनी उपलब्धियां गिनवाते |
है केवल एक ही
चिंता उसे
जितनी पूंजी झोंक
रहा है
अगले पांच वर्ष
में
कैसे चौगुनी होगी |
कुर्सी से चिपके
रहने की युक्ति
देशहित को परे
हटाती
वह खोज रहा अपना
भविष्य
आने वाले कल में |
आशा
सुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंमजेदार
आभार आदरणीया-
शत प्रतिशत सत्य वचन ! सुंदर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएं