22 अप्रैल, 2014

दुनिया रंग भरी

















दुनिया रंगों से भरी 
हर रंग जीवन में आता 
 किसका कैसा जीवन है
वही उसे परिलक्षित करता |
सात रंग से सजा इंद्र धनुष 
सातों फिर भी नहीं दीखते 
आपस में मिलने जुलने से
हाथ  मिला संधी करते | 
जब एक दूसरे पर होते हावी 
एक वजूद खोता अपना 
प्रथम में विलय हो जाता 
अद्भुद छटा  बिखराता |
सप्तपदी लगती आवश्यक 
अटूट बंधन में बंधने को 
जन्म  जन्म तक साथ रहे
मन्नत यही माँगते |
सात अजूबे दुनिया के 
सभी देखना चाहते 
कुछ ही होते भाग्यशाली 
उन्हें देखने का सुख पाते |
सात का होगा इतना महत्व 
पहले जान न पाया 
विचार शून्य सा होने लगा 
तभी जान पाया |
आशा 

15 टिप्‍पणियां:

  1. सात अंक की सच में बड़ी महिमा है हमारे जीवन में ! बहुत सुंदर रचना !

    जवाब देंहटाएं
  2. उत्तर
    1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      हटाएं
  3. उत्तर
    1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      हटाएं
  4. बहुत खूब ....जीवन में रंगो का अपना ही महत्व है

    जवाब देंहटाएं
  5. सात सच में महत्वपूर्ण अंक है। सात वार, सप्तऋषि, सप्तपदी, सात रंग, सात सुर, सात स्वर्ग, सप्तधातु और भी न जाने क्या क्या। अच्छी लगी आपकी ये कविता।

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुंदर कविता, सच मेँ सात अंको का बड़ा अद्भुत खेल है।

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: