तरकश से निकला
तीर
बापिस नहीं आता
हृदय बींधता जब
खोता जाता संयम |
भूलना भी चाहता
पर
धैर्य साथ न देता
घाव अधिक गंभीर
नासूर होता जाता
|
शब्द चुभ कर रह
जाते
चुभन शूल की देते
शेष रहे जीवन की
शान्ति भंग कर
जाते |
कभी याद आता फेंका
गया
वह मखमल में लिपटा
जूता
जिसे भुलाना संभव
नहीं
केवल पीर ही देता |
वह मृदुभाषी पहले
भी न था
अपेक्षा भी नहीं
थी
पर यह कैसे भूल
गया
कहाँ लगेगा शब्दबाण
कितनों को आहात
करेगा
प्रतिशोध का कारण
तो न होगा ?
शुभ प्रभात मौसी
जवाब देंहटाएंसटीक बात कही आपने
सादर
धन्यवाद टिप्पणी के लिए |
हटाएंman ko chooti hui......
जवाब देंहटाएंधन्यवाद |
हटाएंबेहद खूबसूरत तारतम्य नदी कि धारा जैसी प्रवाहमय कृति। बेहद लाज़वाब, ये आपकी अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंएक एक शब्द सटीक और यथार्थ को बयाँ करती हुयी।
हार्दिक बधाई
एक नज़र :- हालात-ए-बयाँ: ''भूल कर भी, अब तुम यकीं, नहीं करना''
यथार्थ को बयाँ करती हुयी बहुत सुंदर रचना..
जवाब देंहटाएंधन्य्वाद |
हटाएंसूचना हेतु धन्यवाद
जवाब देंहटाएंसूचना हेतु धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआपकी कविता बहुत ही अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर |
हटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति ! हर शब्द एक अनकही टीस लिये ! बहुत बढ़िया !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंBeautiful..like the saying goes..never underestimate the power of words, words hurt even more than actions..:)
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आने और टिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंसुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर व एक अलग सा प्रभाव आपकी रचना में , आ. धन्यवाद ! I.A.S.I.H ( हिंदी जानकारियाँ )
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लॉग जगत में एक नए ब्लॉग की शुरुवात हुई है कृपया आप सब से विनती है कि एक बार अवश्य पधारें , व अपना सुझाव जरूर रक्खें , धन्यवाद ! ~ ज़िन्दगी मेरे साथ - बोलो बिंदास ! ~ ( एक ऐसा ब्लॉग -जो जिंदगी से जुड़ी हर समस्या का समाधान बताता है )
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जवाब देंहटाएंI have always disliked the idea because of the expenses.
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एकदम सही बात ..
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
धन्यवाद कविता जी |
हटाएंक्या बात है। लाजवाब रचना।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर |
हटाएंसुन्दर...... लाजवाब .....सही बात
जवाब देंहटाएंसुंदर -सटीक रचना....
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद |
हटाएंशब्दों की मार बड़ा गहरा घाव दे जाती है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद प्रतिभा जी |
हटाएंधन्यवाद सर |
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