काले कागा
चतुर कागा
बैठा मुढ़ेर पर
संकेत देता
अपनों के आने का
खुशियाँ दिलाने का |
काले कागा आ
नैवेध्य तेरे लिए
मैंने बनाया
यत्न से तुझे न्योता
आज श्राद्ध पक्ष में |..
.
कोयल कागा
दौनों का एक रंग
चंट कोयल
उसको छका देती
कागा को ठग लेती |
है हतप्रभ
बाल कोयल देख
बच्चों के संग
कोयल के अंडे थे
कागा ने बड़े किये |
आशा
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