Akanksha -asha.blog spot.com
22 सितंबर, 2014
तितली
तितली कितनी सुन्दर:-
रूप चुराया
पुष्पों की रंगीनी से
ओरी तितली
उड़ना सीख लिया
उड़ते परिंदों से |
प्यार जताना
कब किससे सीखा
नहीं बताया
है भौंरे की सलाह
या रंग आसमाँ का |
लगती प्यारी
यहाँ वहां उड़ती
पुष्प चूमती
आत्मसात करती
अनुपम लगती |
आशा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here:
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here: