आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (12-02-2019) को "फीका पड़ा बसन्त" (चर्चा अंक-3245) पर भी होगी। -- चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है। जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये। -- सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
वाह सुंदर सार्थक सृजन
जवाब देंहटाएंसुप्रभात |
हटाएंधन्यवाद संजय टिप्पणी के लिए |
वाह !!बहुत सुन्दर सखी
जवाब देंहटाएंसादर
धन्यवाद अनीता जी |
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (12-02-2019) को "फीका पड़ा बसन्त" (चर्चा अंक-3245) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सुप्रभात |सूचना हेतु आभार सर |
हटाएंमन के बसंत को खिलाती बहुत सुन्दर रचना ! माँ शारदे का वरद हस्त शीश पर बना रहे यही मंगलकामना है !
जवाब देंहटाएं