23 अगस्त, 2019

हाईकू






१-जिए जाते हैं
मन पर है  बोझ 
कैसे उतारें 

२-मन भारी है
दुर्दशा देख कर
देश बेहाल

३-स्वतंत्र देश
पर सुकून कहाँ
जिसे खोजते

३-मन में शोक
गहन उपजता
व्यवस्था देख

आशा |

3 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (24-08-2019) को "बंसी की झंकार" (चर्चा अंक- 3437) पर भी होगी।


    --

    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।

    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।

    आप भी सादर आमंत्रित है

    ….

    अनीता सैनी

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  2. धन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |

    जवाब देंहटाएं

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