14 नवंबर, 2019

अपनी क्षमता जान

                                                              बाल दिवस के अवसर पर -
                                                               काम   बड़ा न  छोटा कोई
 काम तो बस काम है 
 काम को ऐसे न टालो
जीवन में  इसे उतारलो
है यह प्रमुख अंग  जीवन का
  जिसके बिना 
वह रह जाता अधूरा 
  एक विकलांग प्राणी सा 
मानव जीवन 
कार्य से ही पूर्ण होता
  व्यस्त सदा बना रहता
कार्य यदि उपयोगी होता
जीवन सफल हो पाता
उससे मिली प्रशंसा से 
वह पूर्णता को प्राप्त होता 
और  सकारथ हो पाता |
आशा

 

9 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज गुरुवार 14 नवम्बर 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  2. बिलकुल सत्य ! सार्थक सन्देश देती सुन्दर प्रस्तुति !

    जवाब देंहटाएं
  3. सुप्रभात
    मेरी रचना शामिल करने की सूचना के लिए आभार |

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: