22 मई, 2020

नफरत की दीवार खिंची


 
खिच गई  दीवार नफरत की
 दो दिलों के बीच आपस में
 कैसे उसे  खँडहर कर पाएंगे
मलवे को दूर  हटाएंगे कैसे |
दिल में टूटा शीशा घुसा है
मन में मैल भीषण भरा है
रक्त का रिसाव बहुत हो रहा 
 उसे नियंत्रित कर पाएगे कैसे |
हर समय कोई न होगा मध्यस्थ 
आपस में बीच बचाव के लिए
 आपस में समझोते तक पहुंचेंगे कैसे 
सुलह सफाई  कर पाएंगे कैसे |
हालात बाद से बत्तर हुए है
अब कोई उम्मीद नहीं रही शेष
 उलझन से निजाद को   पाने की
 उसको हल करने की होगी पहल कैसे |
पहले कौन झुके कौन पहल करे
अभी तक निराकरण हो नहीं पाया
यूँही समय बरबाद करने से क्या लाभ
इसका कोई हल खोज पाएंगे कैसे |
आशा

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