17 जुलाई, 2020

वर्षा के रंग (हाईकू )

१-वर्षा जल की
झड़ी लगी भादों की
तन भिगोती
२-कितने मीठे
कोयल के स्वर हैं
मीठे आम से
३- दादुर बोले
तलैया के समीप
करते आकृष्ट
४-नाचता मोर
छम छम करके
प्रिया के लिए
५- पपीहा बोले
कानों में रस घोले
अनमोल है
६-सूखा सावन 
वर्षा को तरसा 
मन हर्षाया |

                                                                             आशा

8 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. सुप्रभात
      टिप्पणी के लिए धन्यवाद शास्त्री जी |

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  2. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शनिवार (१८-०७-२०२०) को 'साधारण जीवन अपनाना' (चर्चा अंक-३७६६) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    --
    अनीता सैनी

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  3. अत्यंत सुन्दर हाइकू ! तस्वीर सी खिंच गयी आँखों के समक्ष !

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    उत्तर
    1. सुप्रभात
      टिप्पणी के लिए धन्यवाद साधना |

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  4. धन्यवाद नवीन जी टिप्पणी के लिए |

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