आज है बड़ा शुभ दिन
सरयू नदी के तट पर
शिलान्यास श्री राम जी की
जन्म भूमि का होना है|
आज होगा बहुप्रतीक्षित
भूमी पूजन मंदिर स्थल का
बरसों बरस से था इंतज़ार
आज के इस सुअवसर का |
बहुत प्रयास किये गए थे
प्राणों की आहुती भी दी थी कितनों ने
जो अब फलीभूत हुई है
अब प्रतिफल मिला है इस रूप में |
राम भक्तों की मनोंकामना
पूरी हो रही है सत्य में
देश को तोहफा मिला अनमोल
अयोद्ध्या में भव्य राम मंदिर के रूप में |
आशा
राम जी का ५०० वर्ष का वनवास आज ख़त्म हुआ ! आज उनके भवन की आधारशिला रख दी गयी ! देशवासियों के लिए हर्ष और उल्लास का पल ! आज रघुनंदन घर आये ! जय सिया राम !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
हटाएंसम -सामयिक विषय पर बेहतरीन रचना के लिए हार्दिक बधाई । कृपया मेरे ब्लॉग पर देखें -कितनी रामकथाएं : कितने महाकाव्य
जवाब देंहटाएंSwaraj -karun.blogspot.com
धन्यवाद टिप्पणी के लिए स्वराज्य जी |
हटाएंसुन्दर रचना। राम मन्दिर के शिलान्यास की बधाई हो।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंधन्यवाद टिप्पणी के लिए |आपको भी बधाई सर |
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 6.8.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।
जवाब देंहटाएंhttps://charchamanch.blogspot.com
धन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
सुप्रभात
हटाएंसूचना हेतु आभार सर |
मस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 6 अगस्त 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सुप्रभात
हटाएंसूचना हेतु आभार रविन्द्र सिंह जी |
सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंटिप्पणी हेतु आभार सहित धन्यवाद ओंकार जी |
आदरणीया मैम,
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर कविता भगवान जी के आगमन के उपलक्ष्य में। कल अत्यंत आनंद का दिन था जॉक वर्णन शब्दों में करना कठिन है। सुंदर रचना के लिये हृदय से आभार।
सुप्रभात
हटाएंटिप्पणी हेतु आभार सहित धन्यवाद अनंता जी
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अनुराधा जी टिप्पणी के लिए |
हटाएं