ऐसा किस लिए -
चाँद तुम कहाँ सो गए थे
यह तक भूले कितने लोगों को था इन्तजार तुम्हारा
भूखे प्यासे तरसी निगाहों से
तुम्हारे दरश को तरस रहे थे |
जब तुमने झांका व्योम से
तभी चैन की सांस आई
पर छोटी सी बदली ने तुम्हें
फिर अपनी चूनर से ढांक लिया |
जिन लोगों ने दर्शन नहीं किये फिर से तुम्हें बुलाने का यत्न किया |काफी समय लिया तुमने बापिस आने में ऐसा किसलिए |
आशा
चन्द्रमा भी परीक्षा लेने से बाज नहीं आता ! सबसे अधिक भाव करवा चौथ पर ही खाता है !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंटिप्पणी के लिए धन्यवाद साधना |