24 जनवरी, 2021

हाईकू

 


१-मन उदास
हुए नम नयन
यह देखते
२-नयन वर्षा
मन को नहीं चैन
यह हाल है
३- मन से त्रस्त
वह अनमनी है
प्रसन्न नहीं
४- क्यूँ दिया नहीं
सम्मान उसको ही
नाइंसाफी है
५-मन न मिला
बेचैन हो गया है
लगाव नहीं
आशा
Rakesh Pathak and Radhika Tripathi

13 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर और सशक्त हाइकु।
    राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई हो।

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  2. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार 25 जनवरी 2021 को 'शाख़ पर पुष्प-पत्ते इतरा रहे हैं' (चर्चा अंक-3957) पर भी होगी।--
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

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  3. बहुत सुंदर हाइकु आदरणीय दी।
    सादर

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  4. सुन्दर हाइकु ! सार्थक सृजन !

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