आप हो सख्त नारियल फल जेसे
ऊपर से सख्त
पर भीतर एकदम नर्म
नाराज न होते अधिक समय तक |
जब भी कोई गल्ती हो जाती
मन में भर जाते क्रोध से
पर इजहार करते ठन्डे मिजाज से
समझाते बहुत शान्ति से ||
आप की एक दृष्टि ही पर्याप्त होती
गलती फिर कभी न दोहराते
जब इशारे से समझ जाते
तब आप सबसे अच्छे पापा नजर आते |
|आशा
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आशा
धन्यवाद टिप्पणी के लिए |
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंThanks for the comment
हटाएंवाह ! पिता होते ही ऐसे हैं ! सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंThanks for the comment sir
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