01 मार्च, 2021

आओ खेलें खेल

 


आओ खेले खेल

 राधा और कान्हां  का

तुम मेरी राधा बन जाओ

मैं हूँ  तुम्हारा कान्हा |

बरसाने से जल भरने आई पनिहारन  

पर मान लिया मैंने शक्ति अपनी तुम्हें

तुमने मुझे क्या समझा |

  भोलाभाला नन्हा सा  चोर माखन का

या करील की  झाड़ियों में   छिपे किशोर

  मोहन बंसीवाले  की छवि देखि है मुझमें

कैसा रूप देखना चाहोगी मेरा  आज के  खेल में |

मन मोहन मैं कुछ भी नहीं चाहती तुमसे

इस बाँसुरी के सिवाय क्यूँ कि

 वह तुम्हे लगती है अधिक  प्यारी मुझसे

वह सौतन सी लगती है मुझे  |  

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