01 अप्रैल, 2021

क्या रखा है

 


क्या रखा है 

स्वप्नों की

उस दुनिया में

जिसमें ज़रा भी

सच्चाई न हो

है मात्र यह

कल्पना

स्वर्ग सा

आकर्षण जहां

जीवन बेरंग 

है उदास

इन कल्पनाओं में भी

फिर क्या लाभ

खोखले बदरंग से

विचारों का

हर हाल में जो

 खुश न रहे

जीवन है 

व्यर्थ उसका |

आशा


14 टिप्‍पणियां:

  1. जीवन वही सार्थक है जिसमें खुशियाँ हो आनंद हो और उल्लास हो ! हर परिस्थिति के अनुरूप ढल जाने में ही जीवन का सार निहित है !

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  2. उत्तर
    1. सुप्रभात
      धन्यवाद आलोक जी टिप्पणी के लिए |

      हटाएं
  3. सुप्रभात
    आभार मीना जी मेरी रचना को शामिल करने की सूचना के लिए |

    जवाब देंहटाएं
  4. फिर क्या लाभ

    खोखले बदरंग से

    विचारों का...सच सही कहा आपने आदरणीया दीदी जी।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. हर हाल में जो
    खुश न रहे
    जीवन है
    व्यर्थ उसका |

    बहुत सुंदर संदेश देती रचना...🌹🙏🌹

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  6. धन्यवाद टिप्पणी के लिए सुधा जी |

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