05 सितंबर, 2021

एहसास प्यार का


 

  

 प्यार हुआ जब से उसे  

कभी दूर न हुई तुमसे

हरपल तुम में खोई रही

कोई और चाह न रही उसे |

तुम्हारे प्यार का नशा ऐसा

उससे उभर नहीं पाती

तुम  हो शक्ति उसकी

तुमसे महकी दुनिया सारी  |

प्यार की मिठास है ही ऐसी

कभी मन न भर पाता उससे

है वह नशा ऐसा जिससे बचकर

वह  न रह पाई कभी |  

पहले भाई बहिनों से लगाव

फिर सखी सहेलियों से प्यार

यौवन आते ही भीगा तन मन

मनमीत के सान्निध्य से  |

 कोई दिखावा नहीं यह  

किया सच्चे दिल से प्यार उसने  

 वह खोई रही भावनाओं  में

यही पूंजी कमाई है अब तक उसने |

आशा 

आशा

2 टिप्‍पणियां:

  1. सच है ! प्यार की पूँजी सबसे अनमोल होती है ! बहुत सुन्दर !

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  2. सुप्रभात
    धन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |

    जवाब देंहटाएं

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