श्यामल रंग
मन मोहनी छवि
प्यारी लगती
बरसाने की
राधा रानी हो गईं
श्याम की शक्ति
राधा जलतीं
श्याम की बाँसुरी से
लगी सौत सी
कृष्ण ऊधव
मित्रता ले चली है
वृंदावन से
चले दोनो ही
मथुरा नगर को
रथ से चले
बरसाने की
राधा श्याम की शक्ति
प्रथम पूज्य
श्याम सलोने
नन्द जी के हैं लाला
मन मोहते
आशा
सुन्दर हाइकु !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी एक रचना शुक्रवार ७ जनवरी २०२१ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
नववर्ष मंगलमय हो।
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंआभार श्वेता जी मेरी रचना को पांच लिंकों का आनंद में स्थान देने के लिए |