20 अप्रैल, 2022

बयार मौसमी

मंद मंद बयार चली

              मौसम ने ली अंगड़ाई                          

मन हर्षित हुआ क्यूँ 

              कारण न जान पाई |

सर्द सा मौसम है

वर्षा आने को है

व्योम में बदरा छाए है

जिनमें ओले भरे पड़े हैं |

अचानक बादल आपस में टकराए 

बिजली चमकी बादल गरजे

तेज हवा का झोंका आया

टप टप ओले टपके 

बच्चे उन्हें खाने को दौड़े |

 बरसात में तो ऐसा नहीं होता

ओले आए कहां से ?

प्रश्न मुंह बाए खड़ा है

 बेमौसम बरसात हुई है 

शायद यही मावठा है |

                   आशा 

  

6 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 21 अप्रैल 2022 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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    1. सुप्रभात
      आभार रवीन्द्र जी मेरी रचना की सूचना के लिए |

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  2. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 21-04-22 को चर्चा मंच पर चर्चा - 4407 में दिया जाएगा| आपकी उपस्थिति चर्चाकारों का हौसला बढ़ाएगी
    धन्यवाद
    दिलबाग

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  3. सुप्रभात
    आभार दिल बाग़ जी मेरी रचना की सूचना के लिए |

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  4. ओलों की यह बेमौसम बरसात ही तो अन्नदाताओं के प्राण संकट में डाल देती है ! खेतों में कटने के लिए फसल तैयार खड़ी है और यह ओला वृष्टि कहीं उसका सर्वनाश न कर दे !

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    1. सुप्रभात धन्यवाद साधना टिप्पणी क्व लिए |

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