25 अप्रैल, 2022

ख़ारा जल समुन्दर का


 

खारा जल समुन्दर का इतना

रहा बटोही प्यासा

प्यासा आया गया भी प्यासा ही 

मन में मलाल बढाया |

सोचा यूँ ही समय बर्बाद किया

जल की एक बूँद का भी यदि

उपयोग कर लिया होता

तनिक भी दुःख न होता |

पर फिर भी सोचा

क्या लाभ इतने खारे जल का

फिर घिरा अनगिनत सवालों से

उनके उत्तरों से |

देखा कई सवाल अभी भी थे अनुत्तरित

पर मिले उत्तरों से जो संतुष्टि मिली

मेरी क्षुधा  तृप्त हो पाई

मुझे अपनी जल्दबाजी पर हँसी आई |

किसी निष्कर्ष तक पहुँचने में

जल्दबाजी किस लिए

यदि मन में धैर्य न हो

किसी को छेड़ना नहीं चाहिए |

आशा

2 टिप्‍पणियां:

  1. समुद्र का यही खारा जल भाप बन जाने के बाद सारे संसार को मीठे जल से प्लावित कर देता है ! सार्थक रचना !

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: