03 अप्रैल, 2022

आत्म विश्वास मेरा अटूट


मैं जा रही अपना जीवन जीने

खुद का विश्वास लिए दामन में

किसी से कोई शिकायत नहीं है मुझे

किसी का एहसान नहीं लिया है मैंने |

मैं गलत नहीं हूँ जानती हूँ

तभी हर बात किसी की

आँखें बंद कर मानती नहीं

यही कमीं रही मुझ में

पर क्या करूं अपने आप को कैसे सुधारूं |

मुझमें हैं अनगिनत कमिया

यह भी पता है मुझको

मैं कोई भगवान् नहीं हूँ कि

सभी कार्य बिना गलती करती जाऊं |

अपने आप निदान खोजने में जुटी हूँ

मेरा कोई मददगार नहीं है

मझे खुद ही निवटना होगा इनसे

पर न जाने क्यों अपने आप में सिमटी हूँ |

कभी दुविधा भी होती है

हर काम किसी सहायता के बिना करने में

पर हूँ सक्षम आत्मविश्वास से भरी हूँ

यदि मन में ठान लिया पूरा कर के ही दमलूंगी||

आशा


 

 



18 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. सुप्रभात
      धन्यवाद ज्योति जी टिप्पणी के लिए |

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  2. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर सोमवार 04 अप्रैल 2022 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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    उत्तर
    1. सुप्रभात
      आभार रवीन्द्र जी मेरी रचना की सूचना के लिए आज के अंक में

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  3. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार 04 अप्रैल 2022 ) को 'यही कमीं रही मुझ में' (चर्चा अंक 4390 ) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:01 AM के बाद आपकी प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।

    चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।

    यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

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  4. उत्तर
    1. सुप्रभात
      आभार सहित धन्यवाद मेरी रचना पर टिप्पणी के लिए |

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  5. सुप्रभात
    धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |

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  6. सही आत्म अन्वेषण! बधाई और आभार!!!

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  7. उत्तर
    1. सुप्रभात
      धन्यवाद टिप्पणी के लिए पम्मी जी |

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  8. उत्तर
    1. सुप्रभात
      धन्यवाद हरीश जी टिप्पणी के लिए |

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  9. खुद को जाँचती परखती सुन्दर अभिव्यक्ति ! आत्म विश्लेषण करती सार्थक रचना !

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  10. सुप्रभात
    धन्यवाद साधना यिप्पनी के लिए |

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