मैं जा रही अपना जीवन जीने
खुद का विश्वास लिए दामन में
किसी से कोई शिकायत नहीं है मुझे
किसी का एहसान नहीं लिया है मैंने |
मैं गलत नहीं हूँ जानती हूँ
तभी हर बात किसी की
आँखें बंद कर मानती नहीं
यही कमीं रही मुझ में
पर क्या करूं अपने आप को कैसे सुधारूं |
मुझमें हैं अनगिनत कमिया
यह भी पता है मुझको
मैं कोई भगवान् नहीं हूँ कि
सभी कार्य बिना गलती करती जाऊं |
अपने आप निदान खोजने में जुटी हूँ
मेरा कोई मददगार नहीं है
मझे खुद ही निवटना होगा इनसे
पर न जाने क्यों अपने आप में सिमटी हूँ |
कभी दुविधा भी होती है
हर काम किसी सहायता के बिना करने में
पर हूँ सक्षम आत्मविश्वास से भरी हूँ
यदि मन में ठान लिया पूरा कर के ही दमलूंगी||
आशा
बहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंधन्यवाद ज्योति जी टिप्पणी के लिए |
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर सोमवार 04 अप्रैल 2022 को लिंक की जाएगी ....
जवाब देंहटाएंhttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
!
सुप्रभात
हटाएंआभार रवीन्द्र जी मेरी रचना की सूचना के लिए आज के अंक में
नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार 04 अप्रैल 2022 ) को 'यही कमीं रही मुझ में' (चर्चा अंक 4390 ) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:01 AM के बाद आपकी प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।
चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।
यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
मेरी रचना की सूचना के लिए आभार सर
हटाएंबेहतरीन।.
जवाब देंहटाएंसादर..
सुप्रभात
हटाएंआभार सहित धन्यवाद मेरी रचना पर टिप्पणी के लिए |
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंधन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |
सही आत्म अन्वेषण! बधाई और आभार!!!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़ियाँ।
जवाब देंहटाएंबधाई
सुप्रभात
हटाएंधन्यवाद टिप्पणी के लिए पम्मी जी |
सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंधन्यवाद हरीश जी टिप्पणी के लिए |
खुद को जाँचती परखती सुन्दर अभिव्यक्ति ! आत्म विश्लेषण करती सार्थक रचना !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना यिप्पनी के लिए |
बहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवादृ हर
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