13 जून, 2022

किसी के कहने सुनने से


 

किसी के कहने सुनने से

 कुछ ना होता पर

जब मन को धुन आए

बिना कहे रह न पाए |

मनमोजी होना मन का

 कोई नई बात नहीं है

पर खुदगर्ज होना है गलत

यही समझ समझ का है फेर |

यही बात समझ में आजाए

मानव मन को संतुष्टि आजाए

फिर जो चाहे कर पाओगे

कोई कठिनाई न होगी |

आपस में तालमेल की जरूरत न होगी

अपने आप सामंजस्य

 हो जाएगा दौनों में |

आशा 

 

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