गर्म हवाओं के साथ रेस
लगाने का इरादा है
जल्दी ही होगा परिवर्तन मौसम खुशनुमा होगा
वृक्ष नन्हीं जल की बूदों से स्नान करेंगे |
डालियों पर रंग बिरंगे फूल खिलेंगे
शबनमी गुलाब मन मोहक लगेंगे
यही सौगात मिलेगी प्रकृति
से हमें
जिसे सम्हाल कर हम रखेंगे |
पाकर जिसे मन का कौना कौना
अति आनंदित होगा खुशियों से
सराबोर होगा
धरा का कण कण जल में तरबतर होगा
हरियाली का रंग धरा पर
चढ़ेगा |
फूलों की सुगंध से बगिया महकेगी
वहां से कहीं जाने का मन न
होगा
कभी ठंडी हवा का झोका आएगा
सारे तन मन को भिगो जाएगा |
है यही बारिश के मौसम आनंद
जिसका इन्तजार रहता बेतावी
से
चारो ओर जल ही जल होता
समा बड़ा रंगीन होगा |
आशा
आ ही गया यह सुहाना मौसम ! मिट्टी की सौंधी सुगंध से वातावरण महक रहा है रात भर बारिश हुई है ! मन मयूर मुग्ध होकर नाच उठा है !
जवाब देंहटाएंThanks for the comment for my post
हटाएंअच्छी लगी...सुन्दर पोस्ट.
जवाब देंहटाएंThanks for the comment
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