१-भरे दो नैन
तेरा उत्साह देख
बह निकले
२- मन ने सोचा
नृत्य तेरा देख के
तू गुणी है
३-छलके अश्रु
गर्म जल धारा से
हुई विभोर
४-आज की नारी
है सक्षम सफल
अक्षम नहीं
५-मोहताज है
बस तेरे प्यार की
नहीं विवश
६-मांग आज की
नफरत नहीं हो
प्यार ही प्यार
७- हैं भाई भाई
हम सब एक हैं
धर्म ना बांधे
८-शालीन हुए
म्रदु भाषी हो गए
संस्कारी हुए
९- भीगे भागे से
छाते के अन्दर से
झांकते वर्षा
१०-जल फुहार
आसमा से बरसी
भिगोने लगी |
हाइकू जैसे बरसात की बूँदें.
जवाब देंहटाएंजी, बिल्कुल सही कहा आपने ।
हटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंधन्यवाद विभाजी टिप्पणी के लिए |
बेहतरीन हाइकु
जवाब देंहटाएंबहुत धन्यवाद्
हटाएंबेहतरीन हाइकु
जवाब देंहटाएंबढ़िया हाइकू
जवाब देंहटाएंसुन्दर हाइकू !
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