क्या कहा जाए ?
कैसे समझाया जाए ?
किसे समझाया जाए ?
आज तक निर्धारण न हुआ
जब भी सोच विचार किया
किसी निर्धारण पर
पहुँचने की कोशिश की
असफलता ही हाथ लगी |
किसी निष्कर्ष पर पहुँचाने
से पहले ही
वाद विवाद की स्थिति बनी
यही बात आपस में उलझ कर रह
गई
कोई निष्कर्ष न निकल पाया |
जिसने भी कोशिश की थी
मन मसोस कर रह गया
पर अपनी हार सहन न कर पाया
कोशिश करने से पीछे नहीं हटा
फिर से प्रयत्न किया प्रारम्भ |
आशा सक्सेना
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 15.9.22 को चर्चा मंच पर चर्चा मंच - 4552 में दिया जाएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
दिलबाग
धन्यवाद मेरी रचना को आज के अंक में शामिल करने के लिए |
जवाब देंहटाएंकोशिश जारी रहनी चाहिए
जवाब देंहटाएं०द००००००००००हन्य्वाद अनीता जी टिप्पणी के लिए |
हटाएंकोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती !
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