09 अक्टूबर, 2022

शिकायत

 

किसी से किसी की

शिकायत न कीजिए

मन असंतुलित होजाएगा

यही हाल यदि रहा

जीवन बेरंग होजाएगा |

कहा सुना भूल जाइए

मन का मेल यदि धुल गया

जीवन में शान्ति का

आगमन होगा |

यही है सबसे आवश्यक  

सुखमय जीवन के लिए

जीवन हो सुखद जान लीजिये

यही है आवश्यक

क्षणिक  जीवन के लिए |

कब नयन बंद हो जाए

कोई नहीं जानता

पहले से सतर्क रहिये

खुद कोई गलती न कीजिए |

यदि अपनी सीमा छोड़ी

जीवन भर पछताने के सिवाय

कुछ भी हांसिल न होगा

हाथ मलते रह जाओगे |

आशा सक्सेना

5 टिप्‍पणियां:

Your reply here: