13 नवंबर, 2022

उस ने की वफा

 उस  ने की थी वफा

 बदले में उसे क्या मिला ?

बेरंग जीवन की कटुता मिली 

कंटकों की सौगात मिली

 जब चाहे चोट पहुंचाई जिन ने 

मन की  तल्खियों के सिवाय

 कुछ भी हांसिल नहीं हुआ |

यहीं हार और जीत का हुआ  निराकरण 

पर सही न्याय न मिल पाया 

 जीवन हारा सब प्रयत्नों को कर  

 धैर्य ने भी साथ न दिया उसका 

मन विचलित हुआ सोचा 

 यह क्या किया ?

किसी मित्र ने भी सही सलाह न दी 

अपनी सलाह पर कायम रहा |

उसे  ही गलत ठहराया 

यदि समय पर चेताया होता 

यह दशा न होती मन की |

उसके मन को ठेस पहुंचाई 

अब कुछ न हो पाएगा 

वफा अधूरी ही रह जाएगी 

जीवन हाथ मलता ही रह जाएगा 

और कुछ भी नहीं मिल पाएगा |

आशा सक्सेना 


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