27 दिसंबर, 2022

हाईकू

 १-जब देखती 

उसी को निहारती  

मन खुश है 

२-सुख या दुःख 

जीवन के पहलू 

दौनों यहीं हैं 

३-गम मन को

 कभी शोभा न देता 

ठीक नहीं है 

४-गुनगुनाया 

मन खुश हुआ है 

झरना देख  

५-मन का बोझ 

कुछ  कम तो  होता

यदि जानता 

६-रीता है मन 

कुछ सोचा नहीं है 

नैना छलके 

आशा सक्सेना 

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