12 अप्रैल, 2023

मुझे अटल विश्वास है खुद पर


 मुझे अटल विश्वास है खुद पर 

मैं सब कर सकता हूँ 

अपाहिज  हूँ पर इतना  भी नहीं

 कि कुछ ना  कर पाऊँ |

गोपाल जी  पर भरोसा है मेरा

 संबल कोई और सहारा कोई ना  मुझे 

जिस दिन कुछ कर ना पाउंगा 

जीवन की आस ना रहेगी मुझ को |

ईश्वर की साधना  में मन को लगा कर 

                                              खुद को व्यस्त  रखने  का प्रयत्न करूँगा  

मुझे नही  किसी की  आवश्यकता 

अपने पर ही विश्वास  रखूंगा  

  किसी को कुछ ना  कहू गा 

अब  कोई नहीं समस्या  है |

आशा सक्सेना 


10 टिप्‍पणियां:

  1. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा गुरुवार (13-4-23} को ज़िंदगी इक सफ़र है सुहाना" (चर्चा अंक 4654)" पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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    कामिनी सिन्हा

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    1. धन्यवाद कामिनी जी मेरी रचना को आज के अंक में स्थान देने के लिए |

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  2. बहुत बढ़िया रचना ! स्वयं पर विश्वास होना सबसे बड़ी ताकत है ! सुन्दर अभिव्यक्ति !

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  3. धन्यवाद रविन्द्र जी मेरी रचना को आज के अंक में स्थान देने के लिए |

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  4. भगवान भी उनकी सहायता करते हैं जो अपनी सहायता स्वयं करते हैं

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  5. मुझे नही किसी की आवश्यकता

    अपने पर ही आधारित रहूँगा

    किसी को कुछ ना कहूं ,
    सुंदर अभिव्यक्ति ।

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  6. सुप्रभात |धन्यवाद दीपक जी टिप्पणी के लिये |

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  7. धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |

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