07 मई, 2023

कमल कामिनी


                                                          नाजुक  कमनीय  दिखती 

मन से  सुन्दर है 

तन से ही सुन्दर नहीं 

कमल के फूल सी हो |

दलदल  में खिलती 

पर ज़रा भी मिट्टी में

 लिपटी  नहीं  होती 

यही विशेषता है उसकी |

हर बार सबको

 बहुत पसंद आती है 

उसकी सुन्दरता है अनमोल 

आम पुष्पों से भिन्न  |

क्या फ़ायदा उसे तोड़ने मैं 

बेजान गुलदस्ते में सजाने  में 

 वह  तो डाली पर ही शोभा देती है 

यहीं सजी सजाई अनमोल दिखती है|

आशा सक्सेना 

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