तुम चन्दा मैं तुम्हारी छाया
तुम तारे मैं उनकी प्रतिछाया
है प्यार एक तराजू के एक पल्ले में
जीवन दूसरे पल्ले में |
किसी ने नजरअंदाज किया
मेरा भ्रम तोड़ दिया
मुझे एक झटका लगा मलने
यह गलतफैमी पाली
मैं पूरी सक्षम हूँ
यही बड़ा बोल बोला|
अपने को नियंत्रण में ना रख पाई
इसी ने विष का काम किया
उसने ही मेरा भ्रम तोड़ा |
आशा सक्सेना
भ्रम का टूटना नितांत जरूरी है। अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जिज्ञासा जी टिप्पणी के लिए |
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