मुझे तुमसे प्यार ना रहा कभी भी
पर बहुत सन्मान रहा
;इतना कि जिसे नापने का
पैमाना नहीं है |
विज्ञान ने की इतनी प्रगति
पर ऐसा उपकरण बनाना भूल गए
जब तब भी कोशिश की
अपनी असफलता पर
मन को बहुत ठेस लगी |
पर विरोध ना कर पाए किसी का |
अपने को पहचान ना पाए
पहले से यदि खोज लिया होता
इतना अपमान ना सहना पड़ता
अपने पराए का भेद समझ हर
ब्यवहार एक जैसा रखते
कभी नहीं उलझते |
आशा सक्सेना
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