हर राह पर चलने की कसम खाई
पहले देखीपरखी फिर राह पकड़ी
किसी से पूंछा नहीं ;किसी पर भरोसा किया |
अपने पर रखा भरोसा
\किया अनुसरण अपने विचारों पर
यही क्या कम है कठिनाई से भागा नहीं
अपनी राह खुद चुनी यही सही किया |
किसी को दोष तो ना दिया
असफलता सफलता के
झुले पर झूलता रहा
पर हिम्मत नहीं खोई|
आत्मविश्वास ने साथ दिया
अपने पैरों पर खडा रहा
किसी और की बैसाखी ना चाही
आशा सक्सेना
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