16 अगस्त, 2023

कब इनकार किया मैंने

 

कब इनकार किया मैंने

तुमसे मन की बातें करने का

यही तो चाह है मेरी

तुमने मुझे समझा नहीं पहचाना नहीं

मन को बहुत दुःख हुआ

यह भी तुमने महसूस ना  किया

हर ज़रा सी बात पर अकडे रहते  हो

कोई तुम्हारी क्यूँ खुशामद करे

मुझसा सरल स्वभाव कहाँ खोजोगे

जब कोई ना मिलेगा मेरे ही पास लौटोगे

यही है अनुमान मेरा

 जो कभी नहीं गलत होता

तुमने भी इसे अनुभव किया होगा |

मुझे बताने की आबश्यकता  नहीं समझी

क्या मैंने गलत किया

तुमने समझाया नहीं  मुझे

मुझे बड़ा दुःख हुआ

आशा सक्सेना

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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