17 अगस्त, 2023

मार्ग भक्ति का

 हमने की  खोज तुम्हारे दर की 

तुमने भी नहीं सोचा राह है किधर 

 भक्त को तो पता था तुम्हारे दर का

उसने दिखाया राह का पता मुझे |

मैंने किया धन्यवाद उसका 

उसने भक्ति मार्ग की राह दिखाई मुझे 

मुझे अच्छा लगा राह जान कर 

अब मुझे भक्तिमार्ग बड़ा भला लगता|

जब से  अपनाई मैंने भक्ति करने की 

मन मेरा विभोर हुआ रमता गया भक्ति में  

प्रभु मझे देर तो हुई पर

 मन से क्षमा मांगी सच्चे दिल से |

अब मेरा सारा समय बीत जाता

 तुम्हें याद करने में 

सिया राम सिया  राम जपने में 

आत्मविश्वास लिए साथ में |


आशा सक्सेना 



 


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