10 नवंबर, 2023

तुमसे ना की शिकायत

 

 तुमसे ना  की शिकायत

ना ही  दुःख मनाया

मन को दी सांत्वना केवल  

जिससे तुम्हारा मन ना दुखे |

मुझे  सब का ख्याल रहता है

यह भी तुमने ना जाना

मुझे तुमसे है यही  शिकायत

तुमने मुझे समझा नहीं |

यदि तुमने मुझे समझा होता

हर पल मुझे नहीं सालता

त्योहारों पर उदासी ना होती

दिल की खुशी चौगुनी होती |

खैर मेरे भाग्य से ज्यादा

कुछ ना चाहिए नाही मिल पाया  

इसका क्या दुःख मनाऊँ

जीवन ऐसा ही चलेगा |

आशा सक्सेना

 

 

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