हलके हलके ठुमके लगाओ
लहराओ झूम जाओ
जीवन में खुशियाँ भर दो
फिर से मुस्कुराओ |
अखवार में जब तस्वीर छपेगी
लोगों में प्रशस्ति बढ़ेगी
तुमको जाना जाएगा
कवि लेखक के रूप में |
हमें बहुत खुशी होगी
जब लोग तुम्हें जानेगे
तुम्हारा लेखन पहचानेगे
हमें गर्व होगा तुम्हारे
पुरस्कार पाने पर |
आशा सक्सेना
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here: