भक्ति में है शक्ति अपार
है अनोखी वकत उसकी
यदि सच्चे मन से की जाती
कोई न कर पाता बराबरी उसकी
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भक्त की है प्रेरणा वही
जब पूरी श्रद्धा से की जाती
वह सरलता से भव सागर पार कर पाता
जो चाहत है मन में उस तक हाथ पहुँच पाता|
यदि भक्ति नहीं होती
भक्त की कद्र कहाँ होती
सही अर्थों में प्रभु को भजता कौन
सत्य के मार्ग पर चलता कौन |
आज के सन्दर्भ में सभी
अनजाने में गलत मार्ग चुन लेते
भगवान तक पहुँचना चाहते
गंतव्य तक यदि ना पहुंचते दोष भक्ति को देते |
आशा