बहुत कुछ हो गया है संपन्न
पर अंत नहीं हुआ है
जब तक कार्य रहेगा शेष
मेरा अवधान न भटकेगा
अंतिम सांस तक अडिग रहूँगा
हूँ कर्तव्यपरायण निष्ठावान
ना तो मार्ग से भटकूँगा
ना ही कदम पीछे लूंगा
मैंने पैरों को जमा लिया है
मन ने सोच लिया है
पहली पंक्ति में आने का
उस पर ही अडिग रह कर
अपना मार्ग प्रशस्त करूगा
राह को खोज लिया है
मार्ग से विचलित न हो कर
गंतव्य तक पहुँच कर
आखरी सांस लूंगा
हूँ अंत से दूर अभी नहीं मरूंगा
आशा
आशा