होली रंग रंगीली आई
प्यार की सौगात लाई
कड़वाहट को भूल कर
मन को डुबोती प्रेम रंग में |
इस रंगों के त्योहार का
है यही सरल सा उपाय
भाईचारे को निभाने का
मन में भरा कलुष मिटाने का |
लगाए जो भी गुलाल
लाल सारा मुंह कर जाए
जब गुलाल हटाया जाए
प्यार के निशान छोड़ जाए |
यह रंगों का खेल नहीं
यह तो हैआपस की वर जोरी
बड़ा इन्तजार रहता है
इन लम्हों को जीने का |
खुशहाली का आलम ऐसा
भुलाया नहीं जा सकता
रंगों का तालमेल ऐसा
अपनाना सहज नहीं है |
रंगीनी जीवन में घुलती है ऐसे
शक्कर मिली हो पानी में जैसे
बहुत समय तक मिठास बनी रहती
है
होली पर घोटी गई भंग में |
फाग के गीत गाना किसे नहीं सुहाता
फगुआ मांगना मन को बहुत भाता
चंग की थाप पर थिरकना नाचना
अद्भुद समा होता इस त्योहार का |
आशा