कोरी स्लेट पर ह्रदय की
कई बार लिखा लिख कर मिटाया
पर कुछ ऐसा गहराया
सारी शक्ति व्यर्थ गयी
तब भी न मिट पाया |
कितने ही शब्द कई कथन
होते ही हैं ऐसे
पैंठ जाते गहराई तक
मन से निकल नहीं पाते |
बोलती सत्यता उनकी
राज कई खोल जाती
जताती हर बार कुछ
कर जाती सचेत भी |
कहे गए वे वचन
शर शैया से लगते हैं
पहले तो दुःख ही देते हैं
पर विचारणीय होते हैं |
गैरों की कही बात
शायद सही ना लगे
पर अपनों की सलाह
गलत नहीं होती |
शतरंज की बिछात पर
आगे पीछे चलते मोहरे
कभी शै तो
कभी मात देते मोहरे |
फिर बचने को कहते मोहरे
पर कुछ होते ऐसे
होते सहायक बचाव में
वे ही तो हैं,
जो अपनों की पहचान कराते |
गैरों की कही बात
जवाब देंहटाएंशायद सही ना लगे
पर अपनों की सलाह
गलत नहीं होती |
बिलकुल सही कहा आपने ! बस व्यक्तिवादियों की भीड़ में एक सच्चे 'अपने' की पहचान कर पाना ही आजकल मुश्किल होता जा रहा है ! बहुत सुन्दर रचना ! बधाई एवं शुभकामनायें !
कितने ही शब्द कई कथन
जवाब देंहटाएंहोते ही हैं ऐसे
पैंठ जाते गहराई तक
मन से निकल नहीं पाते |
बोलती सत्यता उनकी
राज कई खोल जाती
जताती हर बार कुछ
कर जाती सचेत भी |
...sach saanch ko anch nahi...
bahut badiya prastuti ke liye aabhar!
बहुत अच्छे भाव,
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
apno ki salaah galat nahi hoti.ya kahiye jo sahi salaah deta hai vahi apna hai.bahut achchi prastuti.aabhar.
जवाब देंहटाएंकविता बहुत अच्छी लगी।
जवाब देंहटाएंबचाने वाले मोहरों पर शायद पहली बार कोई प्रस्तुति पढ़ रहा हूँ| अच्छा लगा ये 'बचाने वाले मोहरों' का वर्गीकरण|
जवाब देंहटाएंआशा जी! आपके इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल दिनांक 19-07-2011 के मंगलवारीय चर्चा मंच http://charchamanch.blogspot.com/ पर भी होगी आप सादर पधार कर अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराएं
जवाब देंहटाएंbahut achchi lagi......
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी आपकी यह कविता.
जवाब देंहटाएं---------
कल 20/07/2011 को आपकी एक पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
bahut achchi lagi......
जवाब देंहटाएंलिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।
होते सहायक बचाव में
जवाब देंहटाएंवे ही तो हैं,
जो अपनों की पहचान कराते |
yahi sachhai hai asha ji sahi bat abhar
मन में उठ रही भावनाओं को अच्छी तरह शब्दो में पिरोया है
जवाब देंहटाएंसच कहा है ....
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव...अच्छे शब्द....
बहुत अच्छी कविता ...
जवाब देंहटाएंsahi kaha aapane...
जवाब देंहटाएं'kai bar cheeze man par ghahri chaap chod jati hain
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ...आभार..
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