12 मार्च, 2013

सफलता के पीछे

हर सफलता के पीछे 
कुछ तो छिपा है 
हाथ है किसी का
 या है साथ 
भीनी भीनी सी 
खुशबू किसी की 
अक्स या  अहसास 
है ऐसा अवश्य कोई
जो सब से छिपा है |
वह अदृश्य  
अनाम रह कर 
सींचता पौधे को
सहारा देता उसे 
जड़ें मजबूत होने तक |
है इहलोक बासी
या किसीअन्य लोक से
पर है अवश्य 
उसका हिताभिलाषी 
बिना किसी प्रलोभन के 
जीवन के हर मोड़ पर
साथ खडा है|
आशा

12 टिप्‍पणियां:

  1. भीनी भीनी सी
    खुशबू किसी की
    अक्स या अहसास
    ...................

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  2. बहुत ही सुन्दर और सरस प्रस्तुति,आभार आदरेया.

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  3. सच ही तो है हर सफलता के पीछे कोई ना कोई प्रेरणा स्रोत है, वर्ना कैसे अत्साह- वर्धन हो।

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  4. क्या बात है ! बहुत ही सुंदर मनभावन प्रस्तुति ! अजी आपके पीछे जो हैं उन्हें तो हम बहुत अच्छी तरह से जानते हैं ! हैं ना ?

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  5. आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (13-03-13) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
    सूचनार्थ |

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  6. सच में जीवन बिना साथ के कहाँ कटता है ...!!

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  7. सुन्दर अक्स और मनभावन प्रस्तुति

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  8. वो एक जो भी है ईश्वर से कम तो नहीं ...

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  9. सही है आकलन-
    सादर नमन
    आभार आदरेया-

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  10. वाह अनुभूति की पूरी सांद्रता लिए है रचना .शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .

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