अधिकाँश विश्व जूझ रहा
समस्याओं के जंजाल से
युद्ध की विभीषिका से
कोरोना की मार ने भी
नहीं बक्शा उसे
कहाँ शान्ति खोजे
किससे उसे मांगे
चारो और त्राहित्राही मची है
परमाणु बम परीक्षण की तैयारी है
हर और अशांति फैली है
समझ में नहीं आता की
कैसे इससे बच निकलें
शान्ति की खोज अभी जारी है
तभी तो विश्व शान्ति दिवस
मनाने की तैयारी है
शायद कोई सूत्र हाथ लग जाए
शान्ति कायम करने का और
शान्ति से जीवन व्यापन हो
सारे विश्व के रहवासियों का
फिर धूमधाम से मने यह दिवस
हर वर्ष की तरह |
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंबधाई हो।
धन्यवाद शास्त्री जी टिप्पणी के लिए |
हटाएंआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24.9.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी|
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
सुप्रभात
हटाएंसूचना हेतु आभार विर्क जी |
नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 24 सितंबर 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
रविन्द्र जी सूचना हेतु आभार सर |
जवाब देंहटाएंसबकी यही कामना । आभार ।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अमृता जी टिप्पणी के लिए |
हटाएंवाह
जवाब देंहटाएंधन्यवाद टिप्पणी के लिए ज्योति जी |
जवाब देंहटाएंवाह ! बहुत सुन्दर रचना ! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएं