21 मार्च, 2021

अन्तराष्ट्रीय कविता दिवस


                                                                          यह   दिवस

 मनाते कब से हैं 

इसकी यादें

बसती हैं मन में 

एक पेड़ सी  

घने  वृक्ष के जैसी

गहरी जड़ें  

फैल रही धरा में   

फैली शाखाएं

देती हरियाली है

नव पल्लव

खिल जाते डालों पे

सजते  सोच 

शब्द सहेजे जाते

 उड़ते पक्षी    

 विभिन्न कथन हैं 

छिपे  उनमें

 शब्दों  से बने गीत  

  भूल न पाते

उनके हैं  सन्देश 

दिल में रहे 

तभी यह दिवस

मनाया जाता  

आशा

   

 

  

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