07 अप्रैल, 2022

हाइकु (गर्मीं )

 

१-उसने सोचा 

क्या करना ठीक था

असफल क्यों 

२-गर्मीं आगई 

हाहाकार मचता

तपती धूप

३-कोरा  कागज़

स्याही ख़त्म हो गई

कैसे लिखूंगा

४-स्वप्न अपना

किसको सुनाऊँगा 

कोई न मेरा 

५-तलाश ख़त्म

पानी जमा हुआ है 

सरोबर में  

६-जल ही जल

चहु ओर दीखता

ये हुआ कैसे

७-सूरज तपा

बेहद गर्मीं हुई

बेकरार हूँ 


आशा 

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