30 मार्च, 2023

मन ने मुझे धोखा दिया




                                                         मेरे  मन ने भी मुझे धोखा दिया 

मेरे साथ ना चल पाया 

अलग उसने राह पकड़ी 

मुझे बताया तक नहीं |

है क्या  मन में

 जब मेरे कदम सही ना पड़े

मै उलझ  कर गिरी

 ऊबड़ खाबड़ मार्ग पर |

क्या वह  मुझे सचेत 

 नहीं कर  सकता था 

मैंने तो सोचा था 

अपने मन की करो |

 तभी सही राह चुन पाएगे 

मुझे बहुत  उत्साह से  

आगे बढ़ने में ख़ुशी मिली 

पर मन ने ना साथ दिया मेरा

 |मेंरी  कमज़ोरी का लाभ उठाया |

मन ने जब धोखा   दिया 

उसे भी संताप हुआ 

अपने मन से वादा किया |

भूले से भी उस राह पर जाना नहीं 

जिस पर धोखा पल रहा  हो  

|क्या मालूम जब  उसे यहीं रहना हो 

फिर उलझन को क्यों न्यौता  जाए |

आशा सक्सेना 



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