समाचार फ़
आया महीना सावन का
घिर आए बदरवाकाले भूरे
टिपटिप बरसी बूँदें जल की
हरियाया पत्ता पत्ता
सारी सृष्टि का
धरती हुई हरी भरी
प्रकृति हुई समृद्ध
ईश्वर की कृपा से |
बच्चों ने की जिद
डलवाया झूला आँगन में
पूरा आनंद उठाया
ऊंचाई को छूने का
रिमझिम का
गरम गरम भजियों का
बहनें राह देख रहीं
भाई के आने की
साथ साथ रक्षाबंधन
मनाने की प्यार बांटने की |
आशा